जबसे गए उद्धव संग मथुरा भूल गए सबको मनमोहन नहीं कटते निशि वासर तबसे विरह वेदना व्यथित मन सजल वाष्प अवरुद्ध कंठ अप…
Read more »चिर नींद नहीं.. चिर साथ मिले! नव दिवस... नया उत्साह मिले! खोने की! मिट जाने की! अभिलाषा क्या? जीवन साथी! जीना क्या! मर जाना क्या! आखिर…
Read more »गजब की है तलब तेरे दीदार की, आँखें मूंद ली है, फिर भी दिखती है सूरत मेरे प्यार की। होश मे हो कर भी मदहोश हुए बैठे हैं , तेरे इश्क का हीं ज…
Read more »वादा है तुमसे मेरे हमजोली , तुमसे दूर कभी ना जाऊँगी | कितने हीं विपत्ति आ जाये , हर हाल में साथ निभाऊँगी | नेह-राग जो तुमसे है जोड़ा …
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