शुरू हो गई नई कहानी, लाडली बेटी हो गई सयानी। दिन गए खेलने कूदने सोने के, अब छूट जाएंगे दिन बचपन के।। पिता ढूंढे नेक वर, द्वारे-द्वारे…
Read more »तेरी ख़ामोशी जान की दुश्मन हुई। राज ए दिल छुपाने की चिलमन हुई। चेहरे की रंगत में,चांद नज़र आए, तेरी मुस्कुराहटों की मध…
Read more »हर आंखों को ख़्वाब दीजिए। बस हौसलों को ताब दीजिए। मुल्क की तक़दीर जो बदले, हर हाथ को किताब दीजिए। नफ़रत मिटे इस जह…
Read more »बेजुबां की मुसल्लत, जुबां होती हैं। इस जहां में एक औरत मां होती हैं। बेहिस्सो हरकत में बन हिफाज़ते जां, सरीय तासीर की बुरुदत मां …
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