क ख ग घ पुनः पढ़ा दो स्कूलों की सैर करा दो हंसते गाते पढ़ने जाएं पहली की कक्षा लगवा दो..।। छुपन-छुपाई फिर खेलेंगे पेड़ों से अमियाँ तोड़ेंगे…
Read more »बाबुल मैं हूँ... अधखिली- सी एक कली! फूल बनकर मुझको भी... बगिया में अपने तुम, खिल जाने दो न! बाबुल मैं हूँ... तेरे ही घोंसले की, न…
Read more »हाय दिल धक धक करने लगा तूने मुझको छुआ कुछ होने लगा। समझ गया मैं समझ गया तुमको मुझसे प्यार होने लगा। तू नादां न बन कह रहा है मेरा मन। …
Read more »कुहू कुहू कोयल बोले। प्रगति में अपने रंग घोले।। मीठी तान से मन भी डोले। प्रेयसी मन धक-धक बोले।। बसंती आहट क…
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