हुआ सवेरा मुदित दिशाएँ अंधकार भागा धरती से। सूरज आया स्वर्ण किरण ले रोली तिलक लगा माथे से।। प्रकृति का व्यवहार निभाया जड़ चेतन का …
Read more »दुनियाँ की तस्वीर बदलता आज का युवा है जो एक बार ठान लिया वह कर दिखाता है अपनी काबिलियत पर उसको जरा भी संदेह नहीं है अपनी प्रतिभा के बल पर…
Read more »पुराने जमाने में लिफाफे में बंद कुछ अल्फाज होते थे, जिन्हें पढ़कर हम सकुन पाते थे। मां भाई बहन मौसी बुआ चाचा, ना जाने कितने रिश्ते नाते निभाते…
Read more »जीवन एक खिलौना है, सुख-दुःख का सारा रोना है। तू किस फिक्र में बैठा? होगा, जो जीवन में होना है। कल जीवन के बाग़ों में सावन आयेगा, कलियाँ…
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