जिन्हें घुमाया अपने कन्धे , हाथ पकड़ जिन्हें खिलाया । छोड़ गये ओ सारे बन्दे , जिन्हें वदन का दूध पिलाया ।। कभी नहीं ओ…
Read more »सच मैं रोया था उस दिन जब मैं रोपा गया शमशान के एक कोने में आवश्यकता जानकर मैं मरते मरते कई बार जिया हूँ जब, कोई मरा है । मुझे सूखता…
Read more »जगह-जगह दागों वाला यह, मलिन वसन बदलें अब साधो। देख लिया दुनिया का मेला, आ घर लौट चलें अब साधो।। जीवन भर ही रहे खोजते, मृग बनकर मरुथल …
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