माता पिता का करो सम्मान जो देते है हमें जीवन दान पाल पोसकर बड़ा करते संस्कृति और संस्कार देते जब हम घर से कहीं बाहर जाते चरण छू माता…
Read more »खिड़की पर बैठा है बचपन नजरें सड़कों पर। सुबह के निकले मम्मी-डैडी लौटें सांझ पहर। ब्रेड-बटर का किया नाश्ता बाई लंच बन…
Read more »बना के पूरी दुनिया सजा के सारी दुनिया ग़रीबी का जीवन जीते हैं ग़म के आंसू हम पीते हैं। हम दुनिया के मजदूर हैं हक़-अधिकारों से दूर हैं। …
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