पाँच बजते-बजते दिल्ली की भीड़-भाड़ से निकल आए तो लगा रात के दस बजे तक देहरादून पहुँच ही जाएँगे। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से होते हुए डेढ़ घंटे…
Read more »"ओह वसुधा,क्या सारे दिन अम्मा से चिपकी रहती हो।कभी कोई काम मेरा भी कर दिया करो-"झल्ला उठे वर्द्धमान और उनके स्वर में स्वर मिलाया मांजी ने। …
Read more »"ठहरो”, इस कड़कती हुई आवाज को सुनते ही हेमंत के मन की उड़ान और मोटरसाइकिल की गति दोनो को ब्रेक लग गये,,। बाँध किनारे पीपल के …
Read more »"भारतीय जीवन शैली प्राकृतिक और असली जीवन शैली की दृष्टि देती है।हम खुद को अप्राकृतिक मास्क से ढककर रखते हैं। भारत के चेहरे पर मौजूद हल्के निशा…
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