नहीं समझ पाता हूँ मन में द्वेष भाव क्यों आता है न चाहने पर भी कोई बात ध्यान में आ जाने पर उस व्यक्ति के प्रति मन यह कहता है उसका बुरा अव…
Read more »सब कुछ ठीक हो जाएगा , धर्यै मत खोना तुम कभी। आए कभी मुसीबत जीवन में , याद रखना सदा " मैं हूँ ना " ।। थक भी जाओ चलते-चलते ह…
Read more »युद्ध अन्त ही नहीं करते ,बल्कि ये खा जाता है, बड़े से बड़े आदर्श , मूल्य और सभ्यता, विचार और विचारधारा व सिद्धांत जन जीवन,कला, संस्कृति , समरसता औ…
Read more »कसम से ज़िंदगी में यूँ न बेबसी होती अगर ताउम्र तेरी रहबरी मिली होती न सजती दर्द की महफ़िल न मैं मिटी होती बहार आने की उम्मीद गर बची होती तुम्हारा…
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