जिंदगी वही की वही रह गई जहा से शुरु वही ख़तम हो गई सुबह से अब धीरे धीरे शाम हो गई रात बीती और अब सुबह हो गई ।। जिन्दगी आज अब औ कल हो गई न जाने क…
Read more »तुम्हारा जाना यूं हुआ कि आंखों के आंसू तुम्हें विदाई देने को पलकों में ही ठिठक गए और आंखें पीतीं रहीं वेदना मगर जब तुम ओझल हुए मन लगा पूछने -- क्यों …
Read more »जीवन का वह क्षण जब खत्म होगा जीवन सारी कामनाएं सारी इच्छाएं अंत कर देगी मरण| सारा संचय- संशय निर्मूल होगी निश्चय ना रहेगी कोई भी चिंता आज की आय, क…
Read more »सुनो पथिक उजले भ्रम की तुम छाया मत छूना। इस छाया में गहन अँधेरा बैठ जुगाली करता है पनघट-पनघट प्यासा सागर सिर्फ़ दलाली करता है सुनो पथिक मैले रि…
Read more »
Social Plugin