
सम्पादकीय
सम्पादकीय
आओ बातें करें दुनिया एक रंगमंच है | सभी को अपने - अपने हिस्से की भूमिका अदा करनी ह…
आओ बातें करें दुनिया एक रंगमंच है | सभी को अपने - अपने हिस्से की भूमिका अदा करनी ह…
भावनाओं का अथाह सागर,विचारों की अभिव्यक्ति, जीवन जीने की कला सिखाता प्रेम वह रस है जिसमें असीम आनंद की गंगा …
जबसे गए उद्धव संग मथुरा भूल गए सबको मनमोहन नहीं कटते निशि वासर तबसे विरह वेदना व्यथित मन सजल वाष्…
चिर नींद नहीं.. चिर साथ मिले! नव दिवस... नया उत्साह मिले! खोने की! मिट जाने की! अभिलाषा क्या? जीवन साथी! जीना …
गजब की है तलब तेरे दीदार की, आँखें मूंद ली है, फिर भी दिखती है सूरत मेरे प्यार की। होश मे हो कर भी मदहोश हुए …
वादा है तुमसे मेरे हमजोली , तुमसे दूर कभी ना जाऊँगी | कितने हीं विपत्ति आ जाये , हर हाल में साथ निभाऊँगी | …