गर रहना है तुमको इस दुनिया में तो
थोड़ा दर्द तो सहना होगा।।
जो शब्द बोल नही सकते तुम्हारे होंठ
वो भी तुमको कहना होगा।।
मैं हूँ यहां रहने के काबिल या नही, यह तुमको
तुम ही से पूछना होगा।।
जहां तुमको ले जाए ये तुम्हारी ज़िन्दगी......
उसी दिशा में तुमको बहना होगा।।
झेल सको तो झेल लो तकलीफों को..,
अगर झेल सको तो झेल लो तकलीफों को
क्योंकि यहां दर्द पीकर ही रहना होगा।।
खुशियां ज़्यादा मिल गयी तो ज़्यादा उतावले मत होना
शायद कभी रोना होगा।।
पा लिया जो तुमने यहां रहने के बाद
शायद उसे भी तुमको खोना होगा।।
बिदाई लो जब तुम अपनों से, तुम्हे यहां कुछ देना होगा,,
बिताए जो तुमने पल उनके साथ,
उन बीते पलों की खुशियां तुमको लेना होगा।।
शिवम कुमार सिंह
छपरा, बिहार-841208