तुझी से प्यार है मुझको,
तुझी से रोज मैं झगड़ूं,
तू मेरा आईना बन जा
तुझे देख कर मैं संवरूँ।
तेरे ख़्वाबों के जहां में
गर कोई सरकार चलती है,
बनके उस मुल्क का झंडा
तेरे दिल में मैं फहरूं।
मेरे जो हौसलें हैं
उनके पंखों की तू ताकत बन,
जिंदगी के उड़ानों में
बढ़ूँ आगे, ना मैं ठहरूं।
मैं मोती हूँ तेरा हमदम
तू मेरे प्यार का धागा,
समेट कर तू रखे मुझको,
कभी भी यूँ ना मैं बिखरुं।
नादाँ सी आर्या की ये
छोटी सी बस ख्वाहिश है,
थोड़ी सी मैं जवाँ होकर,
थोड़ा सा रोज मैं निखरूं।
आर्या यादव
जौनपुर, उत्तर प्रदेश