गणित जीवन का

अरुणिता
द्वारा -
0

 इस संसार रूपी गणित का

अध्ययन खूब करते हैं

रोजमर्रा की जिंदगी में

रिश्तों को जोड़ घटाने का

प्रारुप देते हैं

जीवन का हर मोड़ है

गुणा - भाग के जैसे

इस जमाने के रिश्ते हैं

कुछ जोड़ घटाने जैसे

जीवन की हर प्रतिक्रिया

पर है गणित का जोर

समझ नहीं आता है

रिश्तों में गुणा-भाग

और जोड़,

जिन्दगी उलझ जाती है

रिश्ते उलझ जाते हैं

कुछ सवालों के जैसे

समझ नहीं आता है

हल निकालू कैसे

जीवन रुपी गणित को

थोड़ा मुश्किल है समझना

पर इतना भी मुश्किल नहीं है

इन सवालों को हल करना।।

                   डॉ 0 रानी गुप्ता

सूरत गुजरात

 

 

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn more
Ok, Go it!