सुनो! तुम उड़ जाओ
आसमां को छू जाओ।
न रहो तुम पिंजरे में
अपनी राह चली जाओ।
जा रही हो अकेली
डर तो न जाओगी?
इतने बड़े आसमां में
भटक तो न जाओगी?
सुनो!तुम उड़ जाओ
इतना मत घबराओ।
छू लोगी आसमां को
बस थोड़ा सा हौसला दिखाओ।
माना डगर है मुश्किल
पर तुम डरना नहीं।
कठिन परिस्थितियों में भी
रहना तुम सही।
सुनो!तुम उड़ जाओ
आसमां को छू जाओ।
फैला दो अपने पंखों को
अपनी मंजिल तक पहुँच जाओ।
हाँ तुम उड़ जाओ।
-दीक्षा शर्मा
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश