1.
कुछ नायाब ख़ज़ाने रख
ले मेरे अफ़साने रख
जिनका तू दीवाना हो
ऐसे कुछ दीवाने रख
आख़िर अपने घर में तो
अपने ठौर - ठिकाने रख
मुझसे मिलने - जुलने को
अपने पास बहाने रख
वरना गुम हो जाएगा
ख़ुद को ठीक - ठिकाने रख
2.
राज़ अब यह क्या छुपाना
आप हैं मेरा फ़साना
याद जिनको हूँ नहीं अब
चाहता हूँ भूल जाना
मत मिलो गर मन नहीं है
क्यों बनाते हो बहाना
याद रक्खो सिर्फ़ ख़ुद को
और सब - कुछ भूल जाना
मैं रहूँगा सिर्फ़ घर में
आप रक्खें यह घराना
विज्ञान व्रत