वजह तुम हो

अरुणिता
द्वारा -
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मेरे जीने की वजह तुम हो 

मुस्कुराने की वजह तुम हो

तुम से ही खिलती है जिंदगी मेरी

मेरी धड़कन में तरानो की वजह तुम हो

 

देखे हैं बहुत सारे गम जिंदगी में

टूट कर बिखर चुके थे हम तो 

शायद तुम ना होते तो हम ना होते

मेरी जिंदगी में उलफत की वजह तुम हो

 

तुम ही मेरी जिंदगी तुम ही मेरी हर खुशी

तुमसे ही बंधीं है मेरी जीवन की डोर

मेरी सांसों में महकती तेरे प्यार की महक

मेरी सांस लेने की वजह तुम हो

 

मेरी सुबह भी तुम मेरी शाम भी तुम

मेरी जिंदगी का अरमान भी तुम

मेरी हर ख्वाहिश मेरी हर तमन्ना तुम हो 

सच कहूं मेरी जीने की वजह तुम हो 

 

नीतू रवि गर्ग

चरथावल, मुजफ्फरनगर

 उत्तरप्रदेश 

 

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