अक्सर मैं अपनी जिंदगी से
उदास हो जाता हूँ।
खुदगर्जियों से
परेशान हो जाता हूँ।
तलाशता हूँ जीने की
थोड़ी सी ख़ुशियाँ।
न जाने क्या से क्या
उठते हैं विचार मेरे मन में।
फिर जगती है 'आत्मप्रेरणा'
मत हार इन हालातों से,
मत हो उदास जिंदगी से,
मत हो परेशान मुश्किलों से,
कर कोशिश पूरी अपनी
अब नई सोच अपनाएंगे
जिस नज़र से देखी है दुनिया
करके वो दिखलाएंगे,
कुछ बनके वो दिखलाएंगे,
चेहरे पर मुस्कान लाएंगे,
अब जिंदगी से न घबराएंगे,
हर पल हिम्मत बढ़ाएंगे,
नई उम्मीदें जगाएंगे।।
देश दीपक
हरदोई, उत्तर प्रदेश