करोगे मेहनत, फिर देखोगे, सपने होंगे सारे पूरे।
जल्दी पूरे हो जाएंगे, जो भी रह गए काम अधूरे।
आलस को तुम अपने ऊपर, कभी न होने देना हावी,
दूर भगाकर के आलस को, उठ जाओ तुम सुबह सवेरे।
किसी की बातों में न आना, सोच समझकर कदम उठाना,
बहुत मिलेंगे लोग तुम्हें पर, पर उपदेश कुशल बहुतेरे।
अपने पथ पे बढ़ते जाना, बाधाओं से न घबराना,
मन न विचलित होने देना, देख के तुम अंधियार घनेरे।
दुःख तो आते हैं जीवन में, तुम निराश न इनसे होना,
जग में ऐसा कौन विनय है, कभी कोई दुःख जिसे न घेरे।
विनय बंसल
76, विनय नगर
आगरा-282010
उत्तर प्रदेश