खूब लगाओ पेड़ धरा पर,
फैलाओ हर जगह हरियाली।
पर याद रहे उनको पानी देना,
सुबह शाम तुम्हें पेड़ों के माली ।
सुबह शाम तुम्हें पेड़ों के माली,
जाली लगाकर उन्हें बचाना।
ग्रंथ हमारे सदियों से कह रहे,
एक वृक्ष होत सौ पुत्र समाना।
फोटो तक ही न सीमित हो,
हमारे वृक्षारोपण अभियान।
रोपण से ज्यादा जिम्मेदारी,
बचाना उनके अमूल्य प्राण ।।
स्वच्छ हवा देते हैं पेड़ हमें,
देते गर्मी से हमको आराम।
फल और फूल से उनके,
निशि दिन चलता सबका काम।
निशि दिन चलता सबका काम,
दाम हमारी मेहनत का चुकाते।
अपना कण-कण देकर हमको,
धरती पर वह धन्य हो जाते।
पीढ़ी एक लगाती है उनको,
वह अगली का भी रखते ध्यान।
परमारथ में वह जीते जीवन,
देते सबको परहित का ज्ञान ।।
हरी राम यादव
लखनऊ, उत्तर प्रदेश