ज़ाद परिन्दा हूँ मैं,मुझे तो आसमान तक जाना है, ना रखो चारदीवारी में मुझे कैद,मुझे तो उड़ जाना है.. समाज को कोई हक नहीं मेरी आजादी छीनने का, मुझे प…
Read more »पलक शर्मा जी की बड़ी बेटी थी।पलक की छोटी बहन सुमन थी और छोटा भाई आकाश था।घर की पूरी जिम्मेदारी पलक के कन्धों पर थी। पलक ने कभी भी अपने बा…
Read more »मुझको जान से प्यारी मेरी भारत भूमि , ऋषि मुनियों , संतो तपस्वियों की तपोभूमि| है …
Read more »ना दिल की ज़रूरत ना दिलबर की ज़रूरत , हर खूबसुरती को है शायर की ज़रूरत.. हर बीज का अरमां है आकाश को …
Read more »ना जाने कौन सा समय प्रेम की सौगात बन जाए ना जाने कौन सा समय नफरत का बीज बो जाए.. ना जाने कौन सा समय …
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