
डॉ० प्रीति प्रवीण खरे
ख़ुशनुमा पल
आ भी जाओ ना मैं इंतज़ार में हूँ , ख़ुशनुमा उस पल के दीदार में हूँ। पहले तो यूँ ही आ जाया करते थे, कई किसिम के…
आ भी जाओ ना मैं इंतज़ार में हूँ , ख़ुशनुमा उस पल के दीदार में हूँ। पहले तो यूँ ही आ जाया करते थे, कई किसिम के…