युद्ध अन्त ही नहीं करते ,बल्कि ये खा जाता है, बड़े से बड़े आदर्श , मूल्य और सभ्यता, विचार और विचारधारा व सिद्धांत जन जीवन,कला, संस्कृति , समरसता औ…
Read more »मैंने बचपन में एक कहानी सुनी थी एक बार एक राजा के मन में आया कि हमारे राज्य में संपन्नता तो है परंतु खाने में पोषक तत्वों का अभाव रहता है…
Read more »कविताएं बनाई नहीं जाती , बल्कि निकल आती हैं, जैसे हिमालय के हृदय रूपी ग्लेशियर पिघलते हैं, तो नदियों के रूप ले , धरा के अंत्स्थल को छू कर, …
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