
दुर्गा शंकर आमेटा
पतझड़ की प्रेम कहानी
उत्तरायण को रवि चढ़ा , अस्त हुआ सर्दी का सूरज | मंद मंद बयार चली उड़ाती, गलियों खलिहानों की रज || आंगन के वृक्ष उदास ख…
उत्तरायण को रवि चढ़ा , अस्त हुआ सर्दी का सूरज | मंद मंद बयार चली उड़ाती, गलियों खलिहानों की रज || आंगन के वृक्ष उदास ख…