
देवेन्द्र कश्यप 'निडर'
सारे जग में छा जाओ
उसी काम को करते रहना जिससे जग में मान मिले अपने और पराये को भी रंच नहीं अपमान मिले उसी काम की अलख जगाना …
उसी काम को करते रहना जिससे जग में मान मिले अपने और पराये को भी रंच नहीं अपमान मिले उसी काम की अलख जगाना …