बस इक फर्ज जरूर निभाना, अबकी बारिश में। पर्णी एक जरूर लगाना, अबकी बारिश में। पारा पार हुआ इस बारी, था अड़तालिस के, उस पीड़ा को भूल न जाना, अबकी बारिश…
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