बैठा है दुशासन डगर डगर पर इतने कृष्ण कहां से आयेंगे सुनो नारियों खुद ही अपना चीर संभालो हम खुद ही अपनी लाज बचायेंगे कोमलता का यह समय नही अब श्रृंगार …
Read more »मनोहर जी अवकाश प्राप्त सरकारी कर्मचारी थे। और रिटायरमेंट के बाद भी जिंदगी को बड़ी जिंदादिली से जीते थे। उनके दोनों बच्चे विवाह के बाद इसी …
Read more »समझ ना पाई उनकी आंखें जब मेरे नयन की भाषा इसी लिए शायद क्वांरी है मेरे अंतस की अभिलाषा लाख चाहने पर भी अपनी, भावुकता हम छोड़ नहीं पाए। किंतु म…
Read more »1. आज़ बिगड़े हैं जो मेरे हालात तो कल फिर सुधर भी जाएंगे l जो लोग मेरी नजरों से गिर गए है वो मेरी निगाह में फिर चढ़ ना पाएंगे l …
Read more »जब से तुम मशहूर हो गए हो तब से तुम मगरूर हो गए हो बोल देते हो सच भरी महफिल में क्यों इस कदर बे शऊर हो गए हो लोगों दिमाग मे च…
Read more »हज़ार मसले घर में खड़े हो गए जब मां बूढ़ी और बच्चे बड़े हो गए हर बात पे ज़िद करते थे जो उनको बरसों मां से लड़े हो गए पीज़ा बर्गर …
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