बद्री प्रसाद वर्मा अनजान

दर्द गहरा दे गया कोई

दिल को मेरे तोड़कर चला गया है कोई दर्द गहरा दे गया है कोई। प्यार में हमें अपने बदनाम कर गया है कोई। जिनको हम अपना ह…

पाप की गठरी

पाप की गठरी उठाए चल रहे हैं लोग। अपनी करतूतों का फल भोग रहे हैं लोग। रोज हत्या और बलात्कार कर रहे हैं लोग। गुंडे…

रुठ कर आप हमें

रुठ कर आप हमें कब तक यूं सताएंगे। मेरी नजर से दूर भला कहां जाएंगे   आप की याद हमें बार बार आती   है। आप…

धक धक करने लगा

हाय दिल धक धक करने लगा तूने मुझको छुआ कुछ होने लगा। समझ गया मैं समझ गया तुमको मुझसे प्यार होने लगा।   तू नादा…

मैं फूल हूं

मैं फूल हूं

मैं फूल हूं खुश्बू चुराना न तू दूर रहना मेरे पास आना न तू। मेरी चढ़ती जवानी को देख कर मेरे पिछे पिछे आना न तू। …

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