
बबीता कंसल
फुलवारी
दरवाज़ा खोलते ही ठंडी बारीश की कुछ बूँदें उस के मुँह पर गिरी,गरमी में पानी पड़ने पर ठंडक से मौसम बहुत ही ख़ुशगवार हो गय…
दरवाज़ा खोलते ही ठंडी बारीश की कुछ बूँदें उस के मुँह पर गिरी,गरमी में पानी पड़ने पर ठंडक से मौसम बहुत ही ख़ुशगवार हो गय…