किरण हाथ में कागज का टुकड़ा लिये खुशी खुशी आवाज़ लगाती हुई आती है। "पापा। मम्मी। (रुक कर) अरे ! क्या हुआ? आप लोग इस तरह मुंह लटकाए क्यों बैठे है…
Read more »आनन्द परेशान हालत में घर पहुंचता है। घर में पत्नी रश्मि छ: साल की बच्ची पीहू को पढ़ा रही है। कॉल बेल की आवाज़ आते ही पीहू खुशी से बोल उठती है -- '…
Read more »1. बूढ़े शज़र को पानी तो मिले। जीने को जिंदगानी तो मिले। भूखे को रोटी मयस्सर नहीं, उनको दाना पानी तो मिले। चेहरे की रौनक …
Read more »तेरी ख़ामोशी जान की दुश्मन हुई। राज ए दिल छुपाने की चिलमन हुई। चेहरे की रंगत में,चांद नज़र आए, तेरी मुस्कुराहटों की मध…
Read more »हर आंखों को ख़्वाब दीजिए। बस हौसलों को ताब दीजिए। मुल्क की तक़दीर जो बदले, हर हाथ को किताब दीजिए। नफ़रत मिटे इस जह…
Read more »बेजुबां की मुसल्लत, जुबां होती हैं। इस जहां में एक औरत मां होती हैं। बेहिस्सो हरकत में बन हिफाज़ते जां, सरीय तासीर की बुरुदत मां …
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