तिनका-तिनका जोड़ कर बसेरा बनाया था... मेरे पति ने खून पसीना एक कर,इसे घर बनाया था... आज इसी घर से मेरे बेटों ने,पलयान कराया है... तुमको क्या प…
Read more »ज़िन्दगी बता रही है मौत का आईना बवंडर सा सैलाब उमड़ रहा है तेरे कदमों की आहट पर बहक रहा है लेखिनी मदहोश हो कर कह रही है रु - ब - रु सी बेचेन बह…
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