रमन शर्मा
एक गीत
अंतर्मन के हर कोने को, बिन देखे ही छोड़ा तुमने, मुझको केवल अब लगता ये, अनुबंधित-सा जीवन मेरा| अपनी भावों की नदिया को, मै…
अंतर्मन के हर कोने को, बिन देखे ही छोड़ा तुमने, मुझको केवल अब लगता ये, अनुबंधित-सा जीवन मेरा| अपनी भावों की नदिया को, मै…