
शेषमणि शर्मा 'शेष'
स्वर्ण मृग
व्यथित अन्तर्मन की सेवित प्रति अभिव्यंजना है। स्वर्ण मृग यथार्थ है प्रतिभास है या कल्पना है।। क्षुधा तृप्ति,ढके त…
व्यथित अन्तर्मन की सेवित प्रति अभिव्यंजना है। स्वर्ण मृग यथार्थ है प्रतिभास है या कल्पना है।। क्षुधा तृप्ति,ढके त…