
सपना चन्द्रा
सत्य
हम भ्रम में होते है ये संसार है जहाँ दो दिन की मोहलत मिलती है बस एक याद बने रहने की कोई फर्क नही पड़ता..कौन चला जाएगा क…
हम भ्रम में होते है ये संसार है जहाँ दो दिन की मोहलत मिलती है बस एक याद बने रहने की कोई फर्क नही पड़ता..कौन चला जाएगा क…
आंगन में प्रवेश करते ही मनोहर चिल्लाते हुए बोले-"अपने लाड़ले को समझाओ! नहीं तो एक दिन लेने के देने पड़ जाएंगे। हम …
फोन पर वार्तालाप करते दो प्रेमी युगल फलक को निहार रहे थे। प्रेमिका- "देखो ! आज चाँद कितना खूबसूरत लग रहा है। म…
चुल्हे की धधकती आग पर तप रही बरतन में जैसे ही बंशीधर ने चबेने डाले,पास ही बरामदे की सीढ़ी से लगी दीवार पर टिककर बैठा …
रजनी का जीवन हमेशा उतरन पर ही टिका रहा..बचपन से लेकर अब वि वाह जैसी बात भी ...किसी की छाड़न ही उसका भाग्य बन…