आंगन में प्रवेश करते ही मनोहर चिल्लाते हुए बोले-"अपने लाड़ले को समझाओ! नहीं तो एक दिन लेने के देने पड़ जाएंगे। हम साधारण लोग हैं और साधारण ढंग स…
Read more »फोन पर वार्तालाप करते दो प्रेमी युगल फलक को निहार रहे थे। प्रेमिका- "देखो ! आज चाँद कितना खूबसूरत लग रहा है। मन कर रहा है निहारते ही रहें।&q…
Read more »चुल्हे की धधकती आग पर तप रही बरतन में जैसे ही बंशीधर ने चबेने डाले,पास ही बरामदे की सीढ़ी से लगी दीवार पर टिककर बैठा मोती सीधा होकर बैठ गया. सोंध…
Read more »रजनी का जीवन हमेशा उतरन पर ही टिका रहा..बचपन से लेकर अब वि वाह जैसी बात भी ...किसी की छाड़न ही उसका भाग्य बनेगी....उसने कोई सपना देखा ही न…
Read more »
Social Plugin