सूर्य प्रकाश मिश्र एक मुट्ठी ओस कम पड़ेगा बादलों का गाँव सारा एक मुट्ठी ओस लेकर क्या करेंगे प्राण प्यासे हैं हमारे कोख से ही जी रहे सदिय… द्वारा - अरुणिता जुलाई 01, 2024